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Showing posts from September, 2019

पौधा लगाओ पानी बचाओ , कहता सब संसार....

धूप सिपाही बन गई , सूरज थानेदार ! गरम हवाएं बन गईं , जुल्मी साहूकार !! : शीतलता शरमा रही , कर घूँघट की ओट ! मुरझाई सी छांव है , पड़ रही लू की चोट !! : चढ़ी दुपहरी हो गया , कर्फ़्यू जैसा हाल ! घर ...