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What's up व्रत कथा

.                What's up व्रत कथा एक सुंदर 🏢🏬🏣🏤 शहर था। वहाँ एक सुंदर स्त्री 👩🏻‍🦰रहती थी वह घरेलू परेशानियों से तंग और बच्चों की शिक्षा को लेकर बहुत परेशान रहती थी परंतु कड़ी मेहनत करती थी 🙋 जिम्मेदारी का बोझ, अकेलेपन से बीमार पड़ गई थी। बीपी, शुगर ने शरीर में धर कर लिया था और हंसी, खुशी, आनंद सब गायब हो गया था। फिर एक दिन एक सहेली ने उसे स्मार्टफोन उपहार में दिया। उसने व्हाट्सएप से दोस्तों के साथ संवाद करना शुरू कर दिया। कुछ ही दिनों में उसकी सारी रिपोर्ट सामान्य आ गई। बैठे बैठे बी.पी. शक्कर सब नार्मल होने लगी वह आनंद से व्हाट्सएप व्रत की सफलता की कहानी सबको बताने लगी।   उसकी एक सहेली थी, उसने कहा मुझे भी बताओ, यह व्रत कैसे किया जाता है और इसके करने से क्या फल मिलता है। मैं भी यह व्रत करूंगी। महिला ने कहा, हर सुबह उठने के साथ इस भगवान के दर्शन कर जीएम (Good Morning), जीएन (Good Night) का समय-समय पर जाप करना चाहिए। समय- ⏱ समय पर भगवान के दर्शन कर मन को शुद्ध करें। एक ग्रुप के व्हाट्सएप मैसेज को पूरी भक्ति भावना से दूसरे ग्रुप में अर्पण करें। गुस्सा 😡 नहीं करें, रुठें नह

आखिर अंतर रह ही गया !

आखिर अंतर रह ही गया ! 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔 1) बचपन में जब हम रेल की सवारी  करते थे, माँ घर से खाना बनाकर ले जाती थी, पर रेल में कुछ लोगों को जब खाना खरीद कर खाते देखते, तब बड़ा मन करता था कि हम भी खरीद कर खाएँ!  पिताजी ने समझाया- ये हमारे बस का नहीं! ये तो अमीर लोग हैं जो इस तरह पैसे खर्च कर सकते हैं, हम नहीं!                    बड़े होकर देखा, जब हम खाना खरीद कर खा रहे हैं, तो "स्वास्थ सचेतन के लिए", वो लोग घर का भोजन ले जा रहे हैं...🙃 आखिर अंतर रह ही गया...😒 🧐🧐🧐🧐🧐🧐🧐🧐🧐 2) बचपन में जब हम सूती कपड़े पहनते थे, तब वो लोग टेरीलीन पहनते थे! बड़ा मन करता था, पर पिताजी कहते- हम इतना खर्च नहीं कर सकते!                 बड़े होकर जब हम टेरीलीन पहने लगे, तब वो लोग सूती कपड़े पहनने लगे! सूती कपड़े महँगे हो गए! हम अब उतने खर्च नहीं कर सकते थे!   आखिर अंतर रह ही गया... 😒🤔 ⚖⚖⚖⚖⚖⚖⚖ 3) बचपन में जब खेलते-खेलते हमारा पतलून घुटनों के पास से फट जाता, माँ बड़ी कारीगरी से उसे रफू कर देती, और हम खुश हो जाते थे। बस उठते-बैठते अपने हाथों से घुटनों के पास का वो रफू वाला हिस्सा ढँक लेते थे!