तुमने कहा था हम एक ही हैं तो अपने बराबर कर दो ना....
तुमने कहा था हम एक ही हैं तो अपने बराबर कर दो ना.. नैपी जब मैं बदलती हूं तुम दूध की बोतल भर दो ना... बस यूं ही एक हैं एक हैं करके कहां ज़िंदगी चलती है.. कभी तुम भी सर दबा दो मेरा, ये भी कमी एक खलती है... जब मैं भी ऑफिस जाती हूं, तुम भी घर को संवार दो ना.. तुमने कहा था हम एक ही हैं तो अपने बराबर कर दो ना... मत करो वादे जन्मों के, इस पल ख़ुशी की वजह दो ना.. कभी बाज़ारों से ध्यान हटे, तो मकान को घर भी कर दो ना... आओ पास बैठो, कुछ बातें करें, कभी दिल के ज़ख्म भी भर दो ना... क्यों कहना भी पड़ता है ये, तुम एहसासों को समझो ना... तुमने कहा था हम एक ही हैं तो अपने बराबर कर दो ना... तुम क्रिकेट भी अपनी देखो और मैं सीरियल अपना लगाऊंगी... थोड़ा हाथ बंटा देना, मैं जब किचन में जाऊंगी.... सब मिलकर साथ करने की हममें ये भी तो क्वॉलिटी है... हम साथ खड़े हैं इक-दूजे के, हल ही जेंडल इक्वॉलिटी है... तुम भी नए से हो जाओ अब, और नई सी मुझको उमर दो ना.. तुमने कहा था हम एक ही हैं तो अपने बराबर कर दो ना....