रिश्ते जताने लोग मेरे घर भी आयेंगे...

“रिश्ते जताने लोग मेरे घर भी आयेंगे
फल आये हैं तो पेड़ पे पत्थर भी आयेंगे,

जब चल पड़े हो सफ़र को तो फिर हौसला रखो
सहरा कहीं, कहीं पे समंदर भी आयेंगे,

कितना गुरुर था उसे अपनी उड़ान पर
उसको ख़बर न थी कि मेरे पर भी आयेंगे,

मशहूर हो गया हूँ तो ज़ाहिर है दोस्तो
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे,

थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो
सीधे चले तो पींठ में खंज़र भी आयेंगे….

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