अपने लहजे पर गौर कर के बता...

 अपने लहजे पर गौर कर के बता...

लफ्ज़ कितने हैं और तीर कितने हैं।

Comments

Popular posts from this blog

तू अपनी खूबियां ढूंढ .... कमियां निकालने के लिए लोग हैं |

जो कह दिया वह शब्द थे...

ख़याल जिस का था मुझे ख़याल में मिला मुझे - मुनीर नियाज़ी