दूसरा फ़ैसला नहीं होता ...
दूसरा फ़ैसला नहीं होता ...
इश्क़ में मशवरा नहीं होता ....
ख़ुद ही सौ रास्ते निकलते हैं ....
जब कोई रास्ता नहीं होता ....
जब तलक रू-ब-रू न हो कोई ....
आइना आइना नहीं होता ...
अपना समझा तो कह दिया वर्ना ...
ग़ैर से तो गिला नहीं होता ....
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