पुरुष होते ही ऐसे हैं.........



• वो जो शाम को आफिस से घर से आते समय खुद भले न कुछ खाये पिए लेकिन तुम्हारे लिए हाफ प्लेट ग्रेवी मंचूरियन और एक प्लेट डिमसम पैक करवा लाता है.

• वो लड़का है , जो अचानक से बंद कर देता है ब्रांडेड क्लोथिंग्स और उतर जाता है धारीदार शर्ट और सिंगल प्लेट वाली पैंट में ..ये बोलकर की फॉर्मल में आराम फील होता है.ताकि तुम अपने लिए नागपंचमी से लेकर नवरात्रि - दीवाली और मकर संक्रांति पर नए ब्रांडेड टी शर्ट प्लाजो , जैगिंग्स खरीद पाओ.

• जो लड़का FZ से धनिया तक खरीदने जाता था वो रोज अब आफिस बस से जाता है..वो भी बस स्टैंड तक पैदल जाकर..कार को बहुत कम हाथ लगाता है.ताकि तुमहे अगर कहीं जाना हो तो एर्टिगा या उसकी दी हुई तुम अपनी यामा फासिनो से जा सको.

• उसने बालो में हबीब का हेयर सीरम लगाना छोड़ दिया है..अब विराट कोहली की तरह दाढ़ी रखने का भी ध्यान नही रखता..पर तुम्हारे लिए गार्नियर की लाइट कंपलीट क्रीम और ब्लू हेवन के काजल मस्कारे लाइनर्स तक ले देता है.उसके खुद के तीन चार बाल कानो पर सफेद हुए जाते हैं पर तुम्हारे रिबॉन्डिंग करवाये बालो के लिए लगने वाला वो महंगा लॉरेल प्रोफेशनल शेम्पू हर महीने देना नही भूलता.

•  वो चाहता है जब वो घर पहुचे तो तुम हंसते हुए दरवाजा खोलो..अच्छा लगता है उसे जब तुम उसके पसीने से तरबतर शरीर मे भी आलिंगन करने पर बुरा नही मानती.अच्छा लगता है उसे जब तुम शर्माते हुए " चाय रख दी है, आप जल्दी से फ्रेश हो लो " बोल पड़ती हो.सिर्फ इतने भर के लिए वो ख़ुशी ख़ुशी दो घण्टे ज्यादा ओवरटाइम कर लेता है पर तुम्हे जॉब पर नही जाने देना चाहता ...क्यों कि वो तुम्हे देखने भर से खुश हो जाता है..मिट जाती है उसकी लगातार आठ घण्टे काम करने की थकान.

पुरुष ..ईश्वर की बनाई वो कृति हैं जो बिना महिमा मंडित किये हुए भी अपने कर्तव्यों को पूरा करते हैं.पुरुषों पर कविताएं नही लिखी जाया करती हैं.पुरुष प्रोटेक्टिव होते हैं क्यों कि वे तुम्हे खुद से ज्यादा प्यार करते हैं...पुरुष पोसेसिव होते हैं क्यों कि वे नही चाहते तुम्हे जरा सा भी खोना..

तुम उन्हें महिलाओं पर अत्याचार का दोषी बनाती हो.वे सिर झुकाकर स्वीकार करते हैं.फिर तुम उनसे ही साथ मांगती हो बराबरी के अधिकार के लिए..वे साथ देने को तैयार हो भी जाते हैं..फिर लड़ जाते हैं दुनिया से तुम्हारे लिए.

वे तुम्हारे लिए कभी किसी से दुआएं नही मांगते.वे तुम्हारे लिए कभी व्रत भी नही रखते.....उसका मतलब ये नही की वे तुम्हारी लिए लंबी जिंदगी नही चाहते..बस उनका तरीका अलग है...वे तुम्हारी सुरक्षा के लिए सोमवार के व्रत नही किया करते ..बल्कि वे खुद पर भरोसा करते हैं.वे जब कहते हैं कि "उनके जीते जी तुम्हे कुछ नही हो सकता"..तो ये वे किसी और के नही बल्कि अपने दम पर कहा करते हैं.

पुरुष होते ही ऐसे हैं..वे एवेरेस्ट फतह कर लेते हैं, समुंदर पार कर लेते हैं.लेकिन नारी में जानबूझकर डूब जाते हैं..तुम कपड़े धोते समय यूं ही उनकी पैंट में पैसे नही पा जाती..तुम हर बार उनकी जेब मे पैसे पाकर खुश जो हो जाती हो इसलिए वे जान बूझकर हर बार "भूल" जाते हैं..

क्योंकि वे तुमसे प्यार करते हैं...क्योंकि पुरुष होते ही ऐसे हैं.........🤔🤔

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